Wednesday 31 October 2012

खो दिया हमने…!!!


खो दिया हमने…!!!

एक हसीन युग के
“मसीहे” को
खो दिया हमने…!!!

उस हरी-भरी वादियो के
“बादशाह” को
खो दिया हमने…!!!

JNV-वाराणसी को स्वर्ग बनाने वाले
“देवता” को
खो दिया हमने…!!!

जो कोई ना कर सके
उस काम(100% रिज़ल्ट) को
कर देने वाले “”मोटिवेटर” को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ नॉन-वेज का नामोनिशान ना था
वहाँ वीक में तीन दिन नॉन-वेज
दिलाने वाले “मॅनेजर” को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ जूनियर तक फुल यूनिफॉर्म
पहनकर नही आते थे
वहाँ सीनियर तक को फुल यूनिफॉर्म
पहनवा देने वाले “एंग्री मेन” को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ रेगुलर क्लासेस को
बीत गयी थी कई सदिया
वहाँ रेगुलर रेमीडीयल तक
करवाने वाले “प्रिंसिपल” को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ होस्टेल-गार्डेन तक ठीक नही था
वहाँ अकॅडेमिक बिल्डिंग & मेन गेट तक
मस्त वाला गार्डेन
बनवा देने वाले “इंसान” को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ कभी भी दो सौ से ज़्यादा स्टूडेंट्स
असेंब्ली अटेंड नही करते थे
वहाँ पूरा का पूरा पाँच सौ स्टूडेंट्स को
टाइम्ली असेंब्ली अटेंड करना
सीखा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ सिक्स क्लास का बच्चा भी
बहाना बनाकर मॉर्निंग P.E.T.में
नही आता था
वहाँ टेन्थ न्ड ट्वेल्थ को
प्री-बोर्ड टाइम में भी
मॉर्निंग-वॉक को
बुला लेने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ 8th क्लास का बच्चा भी
बिना पेरेंट्स के घर चला जाता था
वहाँ सीनियर्स तक को भी
पेरेंट्स के साथ ही सेफ होकर जाने की आदत
डलवा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ बस एक सिंपल सा TV था
वहाँ LCD विथ Tata sky
लगवा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ जूनियर्स, सीनियर्स के गुलाम थे
वहाँ से सेनिओरिटी
हटवा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ मेस मे बैठ
कोई नही ख़ाता था
वहाँ गर्ल्स तक को
मेस में बैठाकर
खिलवा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

जहाँ टीचर्स की इज़्ज़त
नही करते थे बच्चे
वहाँ हर किसी को बड़ों का रेस्पेक्ट करना
सीखा देने वाले इंसान को
खो दिया हमने…!!!

& Lastly

जहाँ कुछ भी अच्छा नही था
वहाँ सब कुछ
अच्छा कर देने वाले
“गॉड” को
खो दिया हमने….

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